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सयुक्त धरने को सम्बोधित करते संतोष केवट जी |
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भूमि अधिग्रहण बिल के विरोध मे शहडोल कमिश्नर आफिस के बाहर संयुक्त
किसान सभा और अखिल भारतीय किसान सभा के बैनर तले शहडोल संभाग के किसानो ने
एक दिवसीय धरना दिया । धरना को ऑल इंडिया यूथ फेडरेशन ने भी सर्मथन दिया ऑल
इंडिया यूथ फेडरेशन जिला अनूपपुर के अध्यक्ष संतोष केवट एवं जिला सचिव
विनोद ओगरे धरने मे शामिल होकर अपना सर्मथन दिया । कोतमा विधानसभा के
भूतपूर्व विधायक भगवानदीन भी शामिल हुये । ऑल इंडिया यूथ फेडरेशन का कहना
है कि मोदी सरकार को बहुमत किसानो के मत से मिला है क्यो की मोदी स
ाहब
ने चुनाव के समय किसानो को बहुत से वादे किये थे लेकिन सरकार बनते ही मोदी
साहेब ने सबसे पहला वार किसानो पर ही किया है ये किसानो के पीठ मे छूरा
घोंपने जैसा है क्योकि पहले तो मोदी साहेब ने किसानो धान और गेंहू को बेचने
पर मिलने वाले 150 रू/ क्विंटल बोनस को खत्म कर दिया और उसके बाद ये भूमि
अधिग्रहण बिल जिसके अनुसार बिना किसानो के सहमति से उनकी जमीन छीनने का
प्रावधान है । मोदी सरकार ये सब विकास के नाम पर कर रही है लेकिन किसका
विकास जब देश की 60 फीसदी आबादी खेती से अपना जीवन यापन करती है तो इनका
जमीन छीनकर आप कैसा विकास करना चाहते हो । और हमेशा गांव को ही विकास के
नाम पर क्यो उजाड़ा जाता है कभी पूंजीपतियो के मकानो को उजाड़ कर गरीबो का
विकास करो । जमीन किसानो के अजीवका का साधन है इससे किसान का परिवार पलता
है केवल किसान के अजीवका के साधन पर ही अधिग्रहण क्यो । ये कैसा और किसका
विकास है ? अधिग्रहण करना है तो पूंजीपतियो की सम्पत्ति का करो उनके
उद्योगो का राष्ट्रीयकरण करो । तब देश का विकास होगा । गरीब की जमीन लूटकर
अमीर को देने से विकास नही देश का विनास होगा ।
क्या मांगे मजदूर किसान , रोटी कपड़ा और मकान ।
रोजी रोटी दे न सके जो वो सरकार निकम्मी है।
जो सरकार निकम्मी है वो सरकार अब बदलनी है ।